हृदय के घोड़े पर सवार मनका पपीहा,
इक नयी उड़ान भरने को तैयार है।
कुछ नए अफ़साने, कुछ नयी मंज़िलें, कुछ नए अफ़साने बनाने को तैयार है। हृदय के घोड़े पर सवार मन का पपीहा,इक नयी उड़ान भरने को तैयार है।
एक नयी उम्मीद, एक नयी राह,एक नया जहां बनाने को तैयार है। हृदय के घोड़े पर सवार मन कापपीहा, एक नयी उड़ान भरने को तैयार है।
कुछ नए सवाल, कुछ नए जवाब,कुछ नए हिसाब लगाने को तैयार है। हृदय के घोड़े पर सवार मन का पपीहा,इक नयी उड़ान भरने को तैयार है।
कुछ खोये हुए एहसास, कुछ मिट चुकी ख्वाहिशों को
फिर से जगाने को तैयार है।
हृदय के घोड़े पर सवार मन का पपीहा,
इक नयी उड़ान भरने को तैयार है।
इक नयी उड़ान भरने को तैयार है।
रेनू वर्मा
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